बुधवार, 4 दिसंबर 2019

CEMENT किसने खोजा और कब जानिए हिंदी मे(IN HINDI)



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सिमेंट कब बनाया गया जानिए सिमेंट का इतिहास

सिमेंट(CEMENT) का योगदान हमारे जीवन मे बहुत ही महत्वपुर्ण है हम आज जिस भी ईमारत का निर्माण करते है उसमे सिमेंट ना हो तो वह ईमारत बन ही नही सकती। आज हम आपको सिमेंट के इतिहास के बारे मे बतानेवाले है तो चलिए जानते है :-

सिमेंट का उपयोग प्राचीनकाल से होता रहा है मिस्त्र के लोग जिप्सम का उपयोग सिमेंट के रुप मे करते थे रोमन लोगो ने चुने पत्थर का उपयोग सिमेंट बनाने के लिए किया और वह उसमे रेत मिलाकर बडे-बडे पत्थरो के साथ दीवार बनाते थे। रोमन लोगो ने सोचा की एक ऐसा सिमेंट बनाया जाए जो की पानी को रोक सके इसके लिए उन्होने ज्वालामुखी की राख को मिलाकर बंदरगाह बनाया जिसका नाम पोज्जोलानिक रखा गया यह नाम पोज्जुओली गांव के नाम पर रखा गया। इन जगहो पर ज्वालामुखी की राख काफी मात्रा मे पाया जाता था इस तरह रोमन लोगो ने सिमेंटिय पदार्थो के गुण को व्यवस्थित करनेवाले पहले लोग थे। इसके बाद 1 शताब्दी ईसा पुर्व मे एक रोमन वास्तुकार और इंजिनीयर मार्कस विट्रुवियस पोलिओ(MARKUS VITRUVIUS POLIO) ने अपनी किताब 'टेन बुक्स ऑफ आर्किटेक्चर' मे बहुत-सी बातो का खुलासा किया और इसे और उन्नत बनाया। उसके बाद यूरोप मे निर्माण कौशल मे उन्नति हुई विशेषत: सिमेंट के सम्बंध मे उन्होने सिमेंट के नए रुप को खोजा जिसे पोज्जोलाना कहा गया इसे उन्होने चूने के कार्बोनाइजेशन से मोर्टार धीरे-धीरे कठोर होते है और इसे मध्ययुग के अंत मे फिर से खोजा गया लेकिन रोमन लोगो ने जैसे सिमेंट का उपयोग किया था और उनकी सामग्री के गुणो को कुशल बनाने की तकनीक उनके पास नही थी।

16-18 वी शताब्दी और उसके बाद मनुष्यो ने ज्ञान के क्षेत्र मे बहुत उन्नति की और काफी वस्तुओ को निर्माण किया और खोजा गया और इसी समय मे सिमेंट को एक नया स्तर मिलनेवाला था। सन 1759 मे स्मेटन ने लोहे के बनाने की प्रक्रिया मे चूना,मिट्टी और कुचले स्लेग से एक मोर्टार का निर्माण किया जो पानी के नीचे कठोर हो जाता था। सिमेंट का उपयोग समुद्र मे लाईटहाऊस(LIGHTHOUSE,प्रकाशिय ईमारत) बनाने के लिए किया ताकि समुद्री जहाजो की दुर्घटनाए कम हो यहाँ से सिमेंट ने प्रौद्योगिकी को नई दिशा दी। सन 1824 मे जोसेफ एस्पिन ने पोर्टलैंड सिमेंट का पेटेंट अपने नाम करा लिया इसे मुख्यरुप से मिट्टी और चूने का उपयोग किया गया इसके पश्चात कुछ वर्षो बाद 1845 मे आइजैक जॉनसन ने इसे आधुनिक पोर्टलैंड सिमेंट का निर्माण किया जिसे आमतौर पर पोर्टलैंड सिमेंट को 1400-1500 सेल्सियस पर क्लिंकरिंग(CLINKERING) करके खनिजो का निर्माण किया जो बहुत प्रतिक्रियाशील हो जाता है और इसे एक उद्योग बनाया गया। इसके बाद 20 वी शताब्दी मे बहुत-सी प्रक्रिया करके सिमेंट बनाया गया इसमे जिप्सम का उपयोग करके भी सिमेंट बनाया गया।


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