सोमवार, 10 फ़रवरी 2020

दूरबीन का आविष्कार किसने,कब और कहाँ हुआ (WHO INVENTED TELESCOPE AND WHEN,WHERE ITS MADE)



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दूरबीन का आविष्कार किसने,कब और कहाँ हुआ (WHO INVENTED TELESCOPE AND WHEN,WHERE ITS MADE)



दूरबीन के बारे मे (ABOUT TELESCOPE) :-

मित्रो आज हम दूरबीन यानी की टेलीस्कोप के बारे मे जाननेवाले है की यह कहाँ खोजा गया और किसने खोजा। दूरबीन एक प्रकार का यंत्र है जिसे दूर के दृश्य देखने के लिए उपयोग किया जाता है इससे दूर का दृश्य साफ-साफ दिखाई देता है और इससे अंतरिक्ष को भी देखा जा सकता है और अंतरिक्ष मे स्थित ग्रहो को भी देखा जा सकता है लेकिन इसके लिए आपके पास बडा दूरबीन होना चाहिए। इस यंत्र मे कांच से बने अवतललेंस और उत्तल लेंस का उपयोग किया जाता है जिससे दूर की वस्तुए स्पष्ट दिखाई देती है।

दूरबीन किसने खोजा (WHO INVENTED TELESCOPE)

बहुत लोगो को लगता है की दूरबीन की खोज गॅलिलियो(GALILIEO) ने की लेकिन यह सत्य नही है दूरबीन की खोज हंस लिपरशी(HANS LIPPERSHEY) ने की थी और इन्होने ही सबसे पहले इस यंत्र के खोज के श्रेय(PETANT,पेटेंट) के लिए आवेदन किया था। लिपरशी चश्मा बनाने का कार्य करते थे वही इन्होने चश्मे के साथ प्रयोग करना आरम्भ किया और वही दूरबीन का आविष्कार किया।


दूरबीन कब और कहाँ खोजा गया (WHEN AND WHERE INVENTED TELESCOPE AND HOW)

इसका निर्माण कार्य सन 15वी शताब्दी के अंत और सन 16 वी शताब्दी के आरम्भ मे हुआ इसके कुछ वर्षो पहले ही कांच की क्षमताओ को बढाने का कार्य होता रहा था जिससे कांच एकदम साफ और पारदर्शी हो गए थे तब नीदरलॅन्ड मे एक चश्मा बनानेवाले व्यक्ति जिनका नाम हंस लिपरशी था उन्होने ने इस पर प्रयोग किया और इसपर लगातार प्रयोग करते रहे उन्होने अवतल लेंस और उत्तल लेंस को एक दुसरे के नीचे रखा और उसे धीरे-धीरे दुर लेकर जाते रहे और धीरे-धीरे पास भी लाकर प्र्योग करते रहे जिससे उन्होने पाया की इससे दुर की वस्तुए बहुत ही स्प्षट रुप से दिख रही है लेकिन इन लेंसो के बीच से प्रकाश का आवागमन होने की वजह से चीजे साफ-नही दिखाई देती थी उन्होने लेंसो के बीच मे एक मास्क लगाया जिससे चीजे और स्प्षट रुप से दिखने लगी और ऐसा करनेवाले वह पहले व्यक्ति थे। सन 1608 मे लिपरशी इसे नासाउ के राजकुमार मोरिस के पास ले गए और उन्हे इस यंत्र को दिखाया और उसके एक सप्ताह के बाद उन्होने इसका श्रेय लेने के लिए आवेदन किया लेकिन उसके कुछ समय बाद कुछ और वैज्ञानिक तथा कांच निर्माता सामने आए और उन्होने भी इसी यंत्र जैसे यंत्र का दावा किया जिससे लिपरशी को उनके श्रेय से वंचित कर दिया गया और इसके बाद सन 1609 मे यह दुरबीन बडे बाजारो जैसे की पेरिस मे आसानी से प्राप्त होने लगी और गॅलिलियो ने वही से एक दूरबीन लिया और उसे सुधारकर उसे अंतरिक्ष को देखने के लिए उपयोग किया।

सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

खुद का नया बॅन्क कैसे खोल सकते है जानिए हिंदी मे(HOW TO BUILD/START OWN BANK IN INDIA)



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अपना खुद का बॅन्क कैसे खोले (HOW TO BUILD/START OWN BANK IN INDIA)



बॅन्क खोलने से जुडी बाते(IMPORTANT NOTE BEFORE BUILD A BANK)

मित्रो आज हम बहुत ही खास विषय के बारे मे बात करनेवाले है यह आज का लेख बॅन्क शुरु कैसे करना है और क्या-क्या प्रक्रिया है और किन बातो का ध्यान रखना है इस बारे मे बात होनेवाली है। आप सबसे पहले यह सोचे की आप बॅन्क क्यु खोलना चाहते है और क्या आपके पास बॅन्क खोलने के लिए लगनेवाली राशि कितनी होती है इसके बारे मे जाने अगर आपको नही पता है तो हम आपको इसके बारे मे बताएंगे। बॅन्क खोलना बहुत ज्यादा जटिल कार्य नही है इसे संभाल कर रखना बहुत जटिल कार्य होता है इसके लिए इस क्षेत्र मे बहुत सोच-समझकर कदम रखे हम आपको आगे बताते है बॅन्क खोलने के लिए किन-किन बातो का ध्यान रखना है तो चलिए जानते है।

कंपनी का निर्माण करना और बॅन्क का लाइसेंस लेना(BUILD A COMPANY AND GET LICENSE OF BANK)

आपको सबसे पहले एक कंपनी का निर्माण करना होगा क्योकी बॅन्क भी एक कंपनी ही होती है और आपको इसे रजिस्टर्ड करना होगा जैसे आप कोई दुकान शुरु करते है तो दुकान का लाइसेंस निकलवाते है वैसे ही आपको कंपनी को रजिस्टर्ड करना होगा इसके बाद आपको इस कंपनी को बॅन्क के रुप काम करवाना है तो उसके लिए भी एक लाइसेस होता है जो आरबीआई देता है और यह लाइसेंस आपको आरबीआई से ही मिलेगा आप बॅन्क लाइसेंस के लिए आरबीआई को आवेदन करे इसमे समय लग सकता है। लाइसेंस मिलने के बाद आप बॅन्क की गतिविधियॉ शुरु कर सकते है अब आप बॅन्क बिना किसी रुकावट के खोल सकते है। आप यह भी तय करे की बॅन्क कहाँ खोलना है, बॅन्क को किसी चहल-पहलवाली जगहपर खोले और बॅन्क को अच्छा दिखाये ताकी ग्राहको और आस-पास के लोगोपर अच्छा प्रभाव पडे और आकर्षित लगे।

बॅन्क खोलने के लिए उचित राशि हो(HAVE MINIMUM CAPITAL/MONEY)

बॅन्क खोलने की राशि करोडो मे होती है इसलिए आपको इस राशि का इंतजाम करके रखना होगा अगर आपके पास ज्यादा राशि है तो यह बहुत अच्छा है क्योंकी बॅन्क के पास यानी की आपके पास जितना ज्यादा पैसा होगा आपकी पकड बाजार मे उतनी ही मजबूत होगी। बॅन्क के लिए उचित राशि संतुलित नही होती है इसलिए आप हमेशा ज्यादा राशि के मुताबिक ही चले। हम आपको एक उदाहरण द्वारा बताते है बॅन्क के लिए कितना खर्च होगा आपको सबसे पहले 100-150 करोड तक पैडअप कॅपिटल अथवा प्रदत्त पुंजी रखना होगा और 200-250 करोड तक ऑथोराइज्ड कॅपिटल अथवा अधिकृत पुंजी रखनी होती है यह तो बॅन्क खोलने के लिए राशि होती है इसके अलावा आपको अपने बॅन्क मे भी कुछ राशि रखना होता है यह आप कितना भी रख सकते है जैसे की 300 करोड , 200 करोड आप जितना चाहे उतना रख सकते है इसमे से कुछ हिस्सा आपको आरबीआई के पास भी रखना होता है इसके बारे मे हम आपको बॅन्क कैसे काम करता है उस लेख मे बताएंगे।

बॅन्क निर्माण करने के बाद के जरुरी कार्य ( IMPORTANT WORK AFTER OPEN A BANK)

बॅन्क खोलने के बाद आपको बॅन्क को संभालना भी होता है उसी के लिए आप सबसे पहले एक संचालक दल(BOARD OF DIRECTOR) बनाएंगे और आप अपनी योजना(PLAN) भी बनाएंगे जिसमे आप अपनी योजना संचालक दल(BOARD OF DIRECTORS) को बता सकते है और परिस्थितियो के मुताबिक अपनी योजना बदलना आना चाहिए। बॅन्क मे अच्छे कर्मचारी(EMPLOEE) की भर्ती करे और उन्हे प्रशिक्षित(TRAINING) करे। ग्राहको के जितनी बेहतर हो सके उतनी बेहतर सेवाए प्रदान करे। अपने पास एक कानूनी दल(LEGAL TEAM) रखे जिससे भविष्य मे कानूनी प्रक्रियाओ मे आपको ज्यादा दिक्क्त न हो सके। ग्राहको को यह विश्वास दिलाए की उनकी पुंजी सुरक्षित रहेगी और कोई खतरा या बॅन्क मे चोरी या लुट-पाट होनेपर भी उनकी पुरी पुंजी उन्हे लौटाई जाएगी अथवा ग्राहको से अच्छे संबंध बनाए। निवेशको को विश्वास दिलाए और उन्हे अपने बॅन्क मे निवेश करने का अवसर दे अथवा उन्हे प्रोत्साहित करे।

गुरुवार, 30 जनवरी 2020

कोरोना वायरस के बारे मे जानकारी,लक्षण और उपचार हिंदी मे(CORONA VIRUS SYMPTOMS,TREATMENTS AND INFORMATION IN HINDI)



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कोरोना वायरस क्या है,कैसे होता है इसके लक्षण और उपचार(WHAT IS CORONA VIRUS AND HOW IT HAPPEN,SYMPTOMS AND TREATMENTS)



कोरोना वायरस के बारे मे (क्या है और कैसे होता है)(ABOUT CORONA VIRUS,WHAT IS AND HOW IT HAAPPEN)

कोरोना वायरस को वुहान वायरस भी कहा जाता है इसका सबसे पहला मामला चीन के वुहान शहर मे पाया गया था और वही से यह अधिकतर देश मे फैल गया। कोरोना यह वायरस कई वायरसो को समुह है, यह वायरस जानवरो मे पाया गया और खास करके यह बिल्ली,चमगाद्ड,सांपो और उंटो मे पाया गया अनुमान है यह वायरस उन्ही के जरिए मांनवो तक पहुच गया अथवा यह वायरस एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति तक पहुंचता है और यह जानलेवा वायरस है।

कोरोना वायरस के क्या लक्षण(CORONA VIRUS SYMPTOMS)

कोरोना वायरस के लक्षण आसानी से दिखाई देते है जैसे की :-

बुखार
जुकाम
नाक बहना
सांस लेने मे दिक्कत होना
गले मे खराश होना

यह इस वायरस के लक्षण है।

कोरोना वायरस का उपचार या उपाय क्या है(CORONA VIRUS TREATMENTS)

कोरोना वायरस का अभी तक तो कोई उपचार या टिका नही विकसित किया जा सका है ऐसे मे आप इससे बचने के लिए सावधानी बरते जैसे की खांसते समय या छिकते समय रुमाल या किसी कपडे से मुह को ढककर रखे यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षणो मे से कोई अपने आप मे दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से मिले और उनकी सलाह ले और ऐसे ही लक्षण किसी और व्यक्ति मे दिखते है तो उससे दुर रहे और उन्हे डॉक्टर से मिलने की सलाह दे यह इसलिए की यह एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति मे होने वाला सक्रमण है। मांस और अंडो से दूर रहे या तो उन्हे ज्यादा पकाकर खाए।

सूचना:- जिस समय हमने यह लेख लिखा तब यह महामारी नई थी जिसका उस समय कोई उपचार नही था लेकिन आज के समय में इसका उपचार किया जा सकता है और इसका टिका भी विकसित किया जा चुका है और अब इस महामारी का उपचार निश्चित हैं।

मंगलवार, 28 जनवरी 2020

< iframe > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)



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< iframe > टॅग के बारे मे जानकारी



<iframe>__</iframe> :- यह वेबसाइट मे एक स्क्रीन को बनाने के लिए किया जाता है जैसे कि आप अपने वेबसाइट मे एक दुसरी वेबसाइट को भी दिखा सकते है इसके उपयोग से इसके लिए आप को बस यह टॅग लिखना है और चालु टॅग(opening tag) के अंदर आपको src="" लिखकर उसमे वेबसाइट का लिंक डालना है और यह उस वेबसाइट को आपके वेबसाइट मे देख सकते है और आप इस स्क्रीन का आकार भी तय कर सकते है width और height एट्रिब्युट का उपयोग करके ऐसा किया जाता है।हम आपको इसका कोड नीचे दे रहे है आप इस कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे। <iframe src="https://zeenews.india.com/hindi/" style="width:100%; height:300px;"> </iframe>





रविवार, 26 जनवरी 2020

< hr >,< img > टॅग(tag) के बारे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)



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< hr >,< img > टॅग के बारे जानकारी



<hr>,<img> :- hr टॅग का उपयोग हम वेबसाइट मे एक आडी रेखा बनाने के काम आती या यह टॅग लिखने के बाद वेबसाइट मे एक आडी रेखा बन जाती है। img टॅग का उपयोग वेबसाइट फोटो डालते अथवा लगाते है यह टॅग एक एम्प्टी टॅग यानी की इसे कोई बंद करनेवाला टॅग नही है और hr का भी वही प्रकार है। आप img टॅग लिखकर उसमे src="" एट्रिब्युट लिखकर उसमे फोटो का युआरएल डाल दे और उस फोटो का आकार भी तय कर सकते है width="" और height="" एट्रिब्युट का उपयोग करके। हम आपको इन दोनो का कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे। <hr> <img src="https://4.bp.blogspot.com/-woXPs4VWoyo/WnAAeomkCZI/AAAAAAAAAFA/ 4phELielJQ0MZ_7miBArl0aPmsynQur3wCPcBGAYYCw/s320/download%2B%25281%2529.jpg"> <hr>




< header >, < footer > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी(IN HINDI)



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< header >, < footer > टॅग के बारे मे जानकारी


<header>__</header>, <footer>__</footer> :- header टॅग के वेबसाइट बनाने के लिए बहुत ही आवश्यक होता है हम आपको इसका उदाहरण एक फोटो देकर समझाएंगे की यह कैसे काम करता है। वेबसाइट को तीन हिस्सो मे बांटा जाता है या तीन प्रमुख हिस्सो को अलग-अलग कोड करते है और वह तीन सबसे पहला ऊपरी हिस्सा होता है जिसे हेडर(header) कहते है और बीच के हिस्से को मिडल(middle) कहते है तथा नीचेवाले हिस्से को फुटर(footer) कहते है। header यह किसी वेबसाइट के ऊपर का हिस्सा बनाने के काम आता है जिसमे आप वेबसाइट का लोगो यानी कि चिन्ह और अलग-अलग क्षेत्र के विषयो के बारे मे आप बताते है जैसे की आप कभी किसी समाचार पत्र की वेबसाइट यानी की न्युज वेबसाइट(news website) पर गए होंगे तो आप वहाँ देखे की कैसे ऊपर उनका चिन्ह(logo) और विषयो के बारे मे लिखा होता है जहाँ आप क्लिक करके सीधे आप उस विषय के बारे मे और जान सकते है आप इसे बनाने के लिए header tag के अंदर सभी कोड करे। footer यह वेबसाइट के नीचेवाला हिस्सा बनाने के काम आता है जहाँ आप अपने वेबसाइट के बारे मे जानकारी और वेबसाइट के असली होने का प्रमाण देते है इसे बनाने के लिए आप footer टॅग लिखकर उसके अंदर सभी कोड करे। आप नीचे दिया गया फोटो देखे।



आप बीच के हिस्से को कोड करने के लिए सीधे कोड करना शुरु करे इसके लिए कोई विशेष टॅग(special tag) नही है। इसका प्रभाव शुरुआत मे नही होता लेकीन आप जैसे-जैसे कोड करेंगे वैसे-वैसे इसका प्रभाव होगा। यह अधिकतर वेबसाइट का थेम(theme) बनाने के काम आता है। आप नीचे दिए गए कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
<header> direct write code here </header> <footer> direct write code here </footer>




शुक्रवार, 24 जनवरी 2020

< legend >,< form>,< input >,< button >,< center > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे( IN HINDI)



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< legend >,< form>,< input >,< button >,< center > टॅग के बारे मे जानकारी



<legend>__</legend>,<form>__</form>,<input> :- form टॅग़ का उपयोग कोई भी और किसी तरह का फॉर्म बनाने के लिए किया जाता है जैसे की लॉगिन फॉर्म, एडमिशन फॉर्म आदि इस प्रकार के फॉर्म बनाने के लिए किया जाता है जिसे आप वेबसाइट पर डाल सकते है यह टॅग सर्वर को यह बताता है की यहाँ से फॉर्म शुरु हो रहा है। legend का उपयोग एक प्रकार से फॉर्म के लिए ही किया जाता है यह फॉर्म के शीर्षक के काम आता है और यह लगाने से अच्छा प्रभाव भी पडता है। input टॅग का कार्य यह होता है की जानकारी को इकट्ठा करना यह दर्शकी जानकारी प्राप्त करने मे सहायता करता है। इसका कोड आपको नीचे दिया गया है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे यह कोड लिखकर रन करे। यदि आपको युजर से सिर्फ कोई जानकारी गिनती यानी नम्बर मे चाहिए तो ति आप type="" मे numbar शब्द का उपयोग करे। आप फॉर्म का निर्माण करते समय fieldset टॅग का उपयोग करे यह बहुत आवश्य्क है। <form> <fieldset> <legend>Admisson form</legend> NAME :-<input type="text" name="NAME"><br> ADDRESS :-<input type="text" name="ADDRESS"><br> <input type="submit" name="submit"> </fieldset> </form> <button>__</button>,<center>__</center> :- इसका उपयोग बटन बनाने मे किया जाता है जिससे वेबसाइट पर एक अलग प्रभाव पडता है। वेबसाइट मे बटन बनाना बहुत आसान होता है बस आपको यह टॅग लिखकर उसमे आप कुछ भी लिख सकते है और आपने जो लिखा है उस नाम का बटन बन जाएगा और आपको उसे किसी वेबसाइट को जोडना यानी की लिंक करना है तो आप बटन टॅग मे < a > टॅग़ का उपयोग करे। center टॅग का उपयोग करने से आपका बटन स्क्रीन के बीच मे आ जाएगा। आप इस टॅग़ को जिसके भी बाहर लगाएंगे वह एकदम बीच मे आ जाएगा अथवा आप जिसे चाहे उसे इस टॅग से बीच मे ला सकते है। इसका कोड नीचे दिया गया है आप उसे नीच्र दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे। <center> <button ><a href="www.knowledgeinmaatrabhasha.blogspot.com"> click here </a> </button></center>





< ul >,< li >,< ol >,< il > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे (IN HINDI)



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< ul >,< li >,< ol >,< il > टॅग के बारे मे जानकारी


<ul>__</ul>, <li>__</li> :- ul का अर्थ है अनऑडरेड लिस्ट(unorderd list) और li का अर्थ है लिस्ट। आप इसकी सहायता से कोई भी लिस्ट यानी की सूची बना सकते है जिसे आप सूची क्रमांक नही दे सकते। आपको यह सूची बनाने के लिए < ul > टॅग को लिखकर उसके अंदर < li > टॅग(tag) लिखे और इस टॅग अंदर आप सूची का नाम लिखे। हम आपको इसका कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे। <ul>three fruit name. <li> mango </li> <li> apple </li> <li> banana </li> </ul> <ol>__</ol>,<li>__</li> :- इससे भी हम सुची बना सकते है इसमे ol का अर्थ है ऑडरेड लिस्ट(orderd list), इसे भी ऊपर दिए गए कोड की तरह लिखना है बस अंतर इतना है की इसमे सभी के नाम के आगे क्रमांक आ जाएगा जैसे 1234, abcd, ABCD इस प्रकार और भी है। अगर आप अलग-अलग क्रमांक दर्शाना चाहते है तो आप type="a", type="1" इस प्रकार लिखे आप इसमे बडा A और रोमन शब्द का उपयोग भी कर सकते है। <ol type="1">three fruit name. <li> mango </li> <li> apple </li> <li> banana </li> </ol>




< font >,< text >,< b >,< blockquote > और < br > (tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)



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< font >,< text >,< b >,< blockquote > और < br > (tag) के बारे मे जानकारी


1) <font>__</font>,<text>__</text>,<blockquote>__</blockquote> :- < text > का उपयोग हम जब कोई भी वाक्य लिखते है तो उसके लिए करते है और यदि हमे उसे वाक्य मे स्थित बहुत-से अक्षरो को यदि कलर या कुछ और सजावट या आदि कुछ करने के लिए < font > का उपयोग करते है। < b > का उपयोग किसी अक्षर को मोटा दिखाने के लिए करते है ऐसा एक और टॅग है जिसे < strong > कहते यह भी अक्षरो को मोटा दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है। < blockquote > का उपयोग इसलिए करते है जैसे की आप अपने वेबसाइट पर कोई लेख लिख रहे हो और उसमे से कुछ वाक्य आपने कही और जगह से लिया है तो आप उस वाक्य या परिच्छेद के लिए < blockquote > का उपयोग करेंगे और आप जिस वाक्य या परिच्छेद पर यह टॅग लगाएंगे वह थोडा-सा पीछे की तरफ हो जाएगा। < br > यह दो वाक्यो या परिच्छेद को काटने या उनके बीच दुरी बनाता है अथवा वाक्यो को एक के नीचे एक करता है। हम आपको इन सभी का कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए HTML EDITOR मे रन करे इससे आप और अच्छे से समझेंगे और सीखेंगे। <text> <font color="red"> India is <b>Great</b> and <strong> Powerfull</strong> country. <br> <blockquote> India's democracy is biggest democracy in the world.</blockquote> </font> </text>




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