शुक्रवार, 17 जनवरी 2020

HTML सीखे हिंदी मे (LEARN HTML BASICS IN HINDI) - Knowledge in maatrabhasha



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HTML सीखे हिंदी मे (LEARN HTML IN HINDI)



HTML के बारे मे

HTML यह भाषा एक हाईपर टेक्स्ट मार्कअप भाषा(hyper text markup language) है जिससे वेबसाइट का निर्माण करने के लिए किया जाता है और यह एक बहुत ही आसान भाषा है जिसे वेबसाइट बनाने के लिए सबसे पहले सीखना चाहिए। आप यह भाषा सीखने आप कम्प्युटर मे नोटपॅड(notepad) या नोटपॅड++(notepad++) का उपयोग कर सकते है या यदि आप इसे पहली सीख रहे है तो आप इन्ही का उपयोग करे। अगर आप एक वेबसाइट बनाते है तो आपको तीन भाषाओ का ज्ञान थोडा बहुत तो होना ही चाहिए। वेबसाइट बनाने के HTML यह एक ढांचे का काम करता है जैसे की वेबसाइट का रंग और उसपर मौजुद कोई चित्र(image) कहाँ लगाना है उसमे मदद करता है यह ऐसा है जैसे की कोई शरीर बिना हड्डी के ढांचे(skeleton) बिना नही होता वैसे ही यह होता है बाद मे इसे आकर्षक बनाने के लिए सीएसएस(CSS) का उपयोग करते है जिससे एक वेबसाइट आकर्षक(responsive,attractive) दिखती है और यदि आप अपनी वेबसाइट को और अच्छा दिखाना चाहते है तो आपको जावास्क्रिप्ट(JAVASCRIPT) की जरुरत होगी। किसी वेबसाइट को दो भाषाओ द्वारा भी बनाया जाता है और वह HTML और CSS है इनसे किया जाता है।

HTML मे जो भी अक्षर या शब्द < > मे होता है वह चालू टॅग(opening tag) होता है और इसका एक बंद टॅग(closing tag) होता है जिसे < / > इस प्रकार दर्शाया जाता है इसके अलावा कुछ और टॅग भी होते है जिसे बंद टॅग की जरुरत नही होती है इसके बारे मे हम आपको बाद मे बतायेंगे अभी हम आपको इसके मुल यानी की बॅसिक(basic) के बारे मे बतानेवाले है।



अब आप जैसे ऊपर कुछ और टॅग दर्शाए गए है हम आपको एक-एक करके बतानेवाले है।

1)< !doctype html > :- आपने यह चित्र मे सबसे ऊपर देखा ही होगा यह किसी भी वेबसाइट(website) मे लगता ही लगता है जब वह HTML का होता है तो और HTML यह सभी वेबसाइट मे लगाना ही पडता है इससे यह पता चलता है सर्वर(server) को की यह जो डॉक्युमेंट(document) है वह HTML का है इसमे !doctype लिखकर HTML लिखना होता है आप जब HTML लिखते है तो सर्वर को यह पता चलता है की यह डॉक्युमेंट HTML भाषा मे है। यह टॅग़ आपको हमेशा शुरुआत मे ही लिखना होता है।

2) html :- यह टॅग आपने चित्र मे देखा है अब हम आपको इसका मतलब बताते है यह टॅग़ HTML को शुरुआत को दर्शाता है की जो भी प्रोग्रामिंग कोड है आपको इसके अंदर लिखना है यदि आप इस टॅग के बाहर आप जो भी कोड(code) लिखेंगे तो वह आपकी वेबसाइट पर दिखाई नही देगा आपको इसके अंदर ही लिखना है। यह टॅग जहाँ शुरु हो रहा है और जहाँ यह बंद हो रहा है उसके अंदर ही लिखना होगा। जैसा की यहाँ बताया गया है < html > चालू टॅग है और इसे बंद करने के लिए < / html > है।

3) head :- < head > यह टॅग भी आपको सबसे ऊपर लिखना है और यह ऊपर ही लगाया जाता है। यह इसलिए लिखना है जैसे की आप किसी शरीर का चित्र बना रहे है तो आप कभी-भी सिर(head) से शुरु करते है वैसे ही यहाँ पर भी आप head टॅग का उपयोग करके सिर से शुरु करना है और आप इसमे आपको इसके अंदर कुछ और शब्द दिखाई दे रह्र होंगे जैसे की meta यह HTML डॉक्युमेंट के बारे मे दर्शाता है और इसमे जो charset="utf-8" लिखा है वह यह बताता है की आपका जो डॉक्युमेंट है उसमे सभी भाषाओ(languages) का उपयोग हो रहा है इसमे charset कीसी भाषा को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है और utf-8 का अर्थ है सभी भाषा यानी की आपको सभी भाषाओ का उपयोग अपने डॉक्युमेंट मे करना है तो इसे ही लिखना होगा। अब आप title टॅग देख रहे होंगे यह अपके डॉक्युमेंट का टाईटल(title) यानी की शीर्षक(heading) लिखने के लिए उपयोग किया जाता है और आपके डॉक्युमेंट का नाम आपको देना होगा वह आप इसके अंदर लिखना होता है और यह किस प्रकार दिखाई देता है उसे हम आपको एक फोटो मे दिखाएंगे। इन दोनो टॅग(head,title) को यदि आप चालु करते है तो उसे बंद भी करना पडता है हमने फोटो मे किया है और meta टॅग यह खुला हुआ टॅग(opening tag) है इसे बंद नही करना पड्ता है ।



जैसा की आपने देखा ऊपर फोटो मे की < title > html code < / title > लिखने पर वह कहा आता है और आपका डॉक्युमेंट(document) जिस किसी भी विषय पर है यहाँ पर आपको थोडा-सा बताना पडता है जैसे की आप किसी कहानी या पाठ का नाम लिखते है यह वैसा ही है।

3) body :- यह टॅग बहुत जरुरी टॅग है जब भी हमे वेबसाइट के पेजपर कुछ दर्शाना होता है तो हम उसे इसके अंदर लिखते है। यह टॅग और ऊपर दिए गए सभी टॅग(tag) बहुत ही आवश्यक और है,जबतक हम इस टॅग का उपयोग या इसे लगाते नही तब तक हमे वेबसाइट(website) पर कुछ दिखाई ही नही देगा और लगाने के बाद हम जो चाहे वह वेबसाइट पर दिखा सकते है इस टॅग को भी बंद करना पडता है । हम आपको एक और फोटो द्वारा उदाहरण देते है की कैसे यह होता है।



अब हम आपको एट्रिब्युट(attribute) और इलेमेंट(element) के बारे मे बतानेवाले है हम आपको यह नीचे दिए गए फोटो(image) मे यह दर्शाने वाले है।



5) element :- हम टॅग को ही इलेमेंट(element) कहते है और एक टॅग(TAG) के अंदर बहुत सारे टॅग(tag) हो सकते है या होते है और जिसे हम चालु टॅग(opening tag) कहते है जिसका कोई बंद टॅग(closing tag) नही होता है उसे यहाँ empty element कहते है।

6) attribute :- जिसे हम टॅग के अंदर लिखते है उसे हम attribute कहते है जैसा की फोटो मे दिया गया है उसे ही attribute कहते है और इसका एक मुल्य होता है जिसे इसके अंदर लिखा जाता है यह कुछ भी हो सकता है जैसे यह अक्षर,संख्या वाक्य भी हो सकता है जिसे वॅल्यु(value) अथवा हिंदी मे गुण कहते है इसे आप गुण कह सकते है जैसे की किसी इंसान कि मोटाई ज्यादा होती है किसी की लंबाई ज्यादा होती है और कोई मानव विशेष गुणो से सपन्न होता है ठिक वैसे ही यह attribute होता है इसका उपयोग करके आप किसी भी टॅग मे इसका उपयोग करके उसे मन चाहा आकार दे सकते है और भी बहुत कुछ करवा सकते है। width यह एक attribute या गुण का नाम है जिसे आप किसी टॅग की मोटाई बढाने या उसे मोटाई दे सकते है वैसे ही height होता है जिससे आप लम्बाई दे सकते हो आपको बस यह इस प्रकार लिखना होता है width="100px" जैसे की बताया गया आपको attribute का नाम लिखकर उसमे उसका आकार लिखना होगा कि वह कितना बडा होगा जैसे की 100ps,50px,500px आप जितना चाहे उतना दे सकते है।


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